सदियों पुरानी रवायत अलविदा व ईद उल फितर की नमाज़ मस्जिद के एतराफ गलियों व सड़कों पर होती थी अब नहीं होगी - शहरे अमन

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Apr 29, 2022

सदियों पुरानी रवायत अलविदा व ईद उल फितर की नमाज़ मस्जिद के एतराफ गलियों व सड़कों पर होती थी अब नहीं होगी

#प्रयागराज: प्रदेश में दूसरी बार भाजपा सरकार बनने के बाद कुछ धार्मिक मसले पर शासन के फैसले के बाद जबरदस्त विवाद उत्पन्न हुआ। किंतु अंततः सभी धर्म के धर्माचार्य ने उसे माना और उस पर अमल भी कर रहे हैं उसी के अनुसार प्रदेश में सदियों पुरानी यह रवायत चली आ रही है खासकर अलविदा व ईद उल फितर की नमाज़ राज्य के विभिन्न जनपदों के मस्जिदों में जो मस्जिद के ऐतराफ में गलियों व सड़कों पर अदा की जाती थी उस पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है कई जगह पाबंदी के बावजूद नमाज़ अदा की गई तो इंतेजाम कारो के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया इसके मद्देनज़र चौक जामा मस्जिद इंतेजामीया कमेटी की एक मीटिंग मुनक्कद हुई जिसमें सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि बरहाल प्रशासन के आदेश अनुसार सड़कों व गलियों पर नमाज़ नहीं अदा की जाएगी और जिले के तमाम मसाजिद के इंतजाम कारों से इंतजाम या कमेटी ने अपील की है कि आप लोग भी अपने-अपने इलाके की मस्जिदों में ही नमाज़ अदा करने की ताकीद करे सड़कों व गलियों पर नमाज़ पढ़ने से परहेज करें इंतेज़ामिया कमेटी ने साफ तौर पर कहा है की चौक जामा मस्जिद में भी सिर्फ मस्जिद में नमाज अदा की जाएगी आप हजरात से गुजारिश है कि अपने अपने मोहल्ले या करीबी मस्जिदों में ही जुम्मातुलविदा या ईद उल फितर की नमाज़ अदा करें।#prayarajcity

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