पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब की इकलौती बेटी और इमाम हज़रत अली की ज़ौजा (पत्नी)की यौमे शहादत पर दरियाबाद व रानीमण्डी से अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ जुलूस निकाला गया।दरियाबाद में ग़ुलाम अब्बास के अज़ाखाने से या फात्मा ज़हरा की सदा बुलंद करते हुए अक़ीदतमन्दों का हुजूम दरियाबाद दरगाह हज़रत अब्बास पर पहुंच कर सम्पन्न हुआ।वहीं रानी मण्डी में अमजद अली पप्पू भाई की जानिब से नवाब नन्हे की कोठी से निकाला गया जुलूस गलीयों में गश्त करते हुए रानीमण्डी ढ़ाल पर शाहरुख क़ाज़ी के अज़ाखाने पर पहुंच कर सम्पन्न हुआ।रानी मण्डी से निकले जुलूस की क़यादत मौलाना सैय्यद जवादुल हैदर रिज़वी ने की तो मौलाना सैय्यद शहरयार हुसैन ने मजलिस को खेताब किया।दरीयाबाद से निकले जुलूस की निज़ामत नजीब इलाहाबादी तो सोज़ख्वानी हैदर अब्बास बिट्टू साहब ने की।अन्जुमन हाशिमया दरियाबाद ,अन्जुमन हुसैनिया क़दीम दरियाबाद , अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार , अन्जुमन मोहाफिज़े अज़ा दरियाबाद के नौहाख्वानो ने पुरदर्द नौसा पढ़ा तो मातमदारों ने सदा ए या फात्मा ज़हरा बुलन्द करते हुए जुलूस में शिरकत की।बख्शी बाज़ार इमामबाड़ा नाज़िर हुसैन में मजलिस का आयोजन किया गया जिसे मौलाना आमिरुर रिज़वी ने खिताब किया।
इमाम बाड़े की लाईटों को बुझा कर मोमबत्ती की रौशनी में गुलाब व चमेली के फूलों से सजा कर ताबूत फात्मा ज़हरा निकाला गया।इस मौक़े पर मौलाना सैय्यद रज़ी हैदर ,मौलाना जवादुल हैदर रिज़वी,मौलाना मोहम्मद ताहिर ,मौलाना अम्मार ज़ैदी ,रिज़वान जव्वादी ,मिर्ज़ा अज़ादार हुसैन ,सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,आसिफ रिज़वी ,ज़ुलक़रनैन आब्दी ,तय्याबैन आब्दी ,फ़राज़ आब्दी ,ज़ामिन हसन ,ग़ुलाम अब्बास ,पार्षद फसाहत हुसैन ,आग़ा भाई ,जावेद अब्बास ,मोहम्मद अब्बास ,शादाब ज़मन ,अस्करी अब्बास ,औन ज़ैदी ,जौन ज़ैदी ,ज़िया अब्बास अर्शी ,मशहद अली खां,शफक़त अब्बास पाशा आदि शामिल रहे।
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