बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर २१ वीं शताब्दी में बुद्ध की शिक्षा की प्रासंगिकता विषयक संगोष्ठी - शहरे अमन

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May 16, 2022

बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर २१ वीं शताब्दी में बुद्ध की शिक्षा की प्रासंगिकता विषयक संगोष्ठी

प्रगतिशील समाज पार्टी की तत्वावधान में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर २१ वीं शताब्दी में बुद्ध की शिक्षा की प्रासंगिकता विषयक संगोष्ठी का आयोजन राजापुर कार्यालय पर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर व पुष्प अर्पित कर किया गया। संगोष्ठी में बोलते हुए प्रगतिशील समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर सुनील कुशवाहा ने कहा कि भगवान बुद्ध ही ऐसे महामानव थे, जिन्होंने पूरी दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया। भगवान बुद्ध के उपदेश किसी जाति या धर्म विशेष के लिए न होकर विश्व कल्याण के लिए है। श्री कुशवाहा ने कहा कि भगवान बुद्ध के सन्देश और दर्शन में मानव कल्याण निहित है।  
२१ वीं शताब्दी में बुद्ध की शिक्षा की प्रासंगिकता विषय पर बोलते हुए प्रसपा प्रमुख इंजीनियर सुनील कुशवाहा ने कहा कि महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं की उपयोगिता आज के परिप्रेक्ष्य में बढ़ जाती है। उनकी शिक्षा नैतिकता, करुणा और संवेदनशीलता को बढ़ाने में सहायक हो सकती है, जिसके माध्यम से शांति और सतत विकास पर आधारित एक संघर्ष मुक्त विश्व व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा सकता है। प्रगतिशील समाज पार्टी के राष्ट्रीय सचिव समर बहादुर शर्मा ने कहा कि बुद्ध का अष्टांगिक मार्ग का सिद्धांत आज के भौतिकवादी समाज में ज्यादा प्रासंगिक हो जाता है। कार्यक्रम का सञ्चालन प्रगतिशील समाज पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव निष्ठा देव ने किया। इस अवसर पर प्रगतिशील समाज पार्टी के प्रदेश सचिव सत्येंद्र कुशवाहा, प्रगतिशील समाज पार्टी के मंडल प्रभारी रवि कुमार, प्रगतिशील समाज पार्टी मजदूर संघ के मंडल प्रभारी नवीन विद्यार्थी, कमलेश श्रीवास्तव, राजकुमार कुशवाहा, श्रीराम प्रजापति, विजय बहादुर, शिवबालक पटेल, संजीव कुमार, दिनेश यादव, ऋषि श्रीवास्तव, रामचंद्र पाल, अर्चना कुशवाहा, फरीदा खातून, आशा देवी, आदि समेत के अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे। 
Bodh Gaya : Land Of Buddha

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