तो क्या सरकार बनाने में किंग मेकर की भूमिका में होगी बसपा की बहन मायावती..? - शहरे अमन

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Feb 13, 2022

तो क्या सरकार बनाने में किंग मेकर की भूमिका में होगी बसपा की बहन मायावती..?

प्रयागराज: 2022 विधानसभा चुनाव में आने वाली नतीजे यह तय करेंगे कि भविष्य में केंद्र में कौन से दल के मुखिया बाग डोर संभालेंगे। वैसे तो सत्तारूढ़ दल पूरे विश्वास से दावा कर रहा है प्रदेश में पुनः सरकार बनाएंगे किंतु प्रथम चरण के चुनाव में मतदाताओं के रुझान के बाद धीरे-धीरे तस्वीर साफ होने लगी की एक दल के प्रति लोगों का झुकाव अधिक है दूसरे नंबर पर मौजूदा दौर में तीसरे नंबर की पार्टी समझे जाने वाली बसपा है इसके बारे में अधिकतर लोगों का अनुमान है की यह दल 2022 विधानसभा चुनाव में कुछ खास नहीं कर पाएगा किंतु उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में तीसरे व चौथे तथा अंतिम चरण वाले जिलों में सर्वे करने पर आम मतदाता ने आश्चर्यजनक बातें कहकर यह साफ कर दिया है कि इस दल को कमजोर आंकने वाले 10 मार्च के बाद समझ पाएंगे कि मध्यम गति से चुनाव प्रचार करने वाला यह दल अपने मिशन में कितना सफल हो रहा है सत्तारूढ़ दल से नाराज़ सियासत में हमेशा प्रथम पंक्ति में रहने वाला वर्ग यूं तो कहने को सपा की ओर है जबकि ज़मीनी हकीकत इससे परे है प्रदेश के अधिकतर उन सीटों पर जहां यह वर्ग निर्णायक भूमिका में है वहां पर इनकी नज़र तीसरे नंबर की पार्टी पर है आइए बात करते हैं प्रयागराज की 3 विधानसभा सीटों की जहां पर शहर दक्षिणी व पश्चिमी में दो दल के लोग तीसरे दल को कोई ख़ास तवज्जो नहीं दे रहे पर राजनीतिक दलों के लोग भले कुछ न समझे लेकिन जनता उन्हें अहमियत दे रही ।जहां तक शहर दक्षिणी का सवाल है तो यहां पर इस दल के उम्मीदवार के पक्ष में जनता अंतिम समय में कुछ भी कर सकती है वही शहर के पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में आम जनों की उम्मीदों पर फिलहाल इस दल के उम्मीदवार खरे नहीं उतर रहे हैं लेकिन उम्मीदवार जनसंपर्क अभियान में अन्य दलों को पीछे छोड़ खासकर इस दल का ज्यादातर रुझान मुस्लिम आबादी पर होना अपने आप में संदेह पैदा कर रहा है ऐसा मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है इस विधानसभा क्षेत्र से पुराने भाजपाइयों की माने निवर्तमान विधायक की हार्दिक इच्छा थी कि यहां से किसी भी दल से कोई भी वर्ग का उम्मीदवार आये किंतु पटेल व मौर्य समुदाय का कोई उम्मीदवार ना आए और शायद बिल्कुल ऐसा ही हुआ पहले इस विधानसभा सीट से सपा के पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल की आने की प्रबल संभावना थी उसके बाद इस सीट पर कमेरा समाज की पल्लवी पटेल जो सपा की सहयोगी पार्टी है उनके आने की संभावना बनी इस ख़बर पर भी विराम लगा फिर अमरनाथ मौर्या पर अंतिम मुहर लगाया गया पार्टी हाईकमान द्वारा किंतु किन्ही कारणों से अंतिम समय में उन्हें टिकट से महरूम होना पड़ा अब जबकि क्षेत्र के प्रतिनिधि के सामने न मौर्य है ना पटेल अब उनका सामना 2017 विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रही ऋचा सिंह से है बताया जाता है कि भाजपा के खिलाफ पूरे मजबूती से चुनाव लड़ लेंगी किंतु जिस तरह पार्टी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के समय 1 विधानसभा क्षेत्र से एक आवेदक का टिकट कटने के बाद अपनी ही पार्टी के ऊपर संघ के इशारे पर काम करने का आरोप लगाने वाले हफ्ता भर विरोध प्रदर्शन कराते रहे किंतु केंद्रीय कार्यालय के उद्घाटन के समय उन्हीं लोगों का मंच पर बैठना कहीं सपा उम्मीदवार को भारी ना पड़ जाए क्योंकि अपने आदमी का टिकट कटने के बाद यह लोग अंदर ही अंदर अपने समर्थकों को
 संदेश दे रहे हैं कि पार्टी की मीटिंग में भी शामिल हो जनसंपर्क में भी साथ रहो किंतु वोट अन्य दल को करना है ताकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को एहसास हो कि हमारे लोगों का टिकट काटने से शहर की तीनों विधानसभा सीटों पर इसका क्या असर पड़ा ऐसा खुफिया तौर पर जानकारी मिली

 इसलिए सपा उम्मीदवार को सामने से ज्यादा साथ बैठने उठने व चलने वालों पर भी नज़र रखना पड़ेगा अगर वास्तव में वह अपनी जीत के प्रति आशान्वित हैं यह तो शहर की दो विधानसभा का सर्वे रहा जहां तक उत्तरी विधानसभा क्षेत्र का सवाल है तो वहां पर संदीप यादव व अनुग्रह सीधे तौर पर आमने-सामने दिख रहे जबकि वर्तमान विधायक हर्षवर्धन बाजपेई तीसरे नंबर पर किंतु जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नज़दीक आ रही है वैसे-वैसे क्षेत्रीय जनता द्वारा इनको दिए जा रहे समर्थन से अब लड़ाई में वह भी आ गए और संभव है कि संदीप यादवव अनुग्रह की लड़ाई में पुनः वह जीत का पताका फैरा दे तो कोई ताज्जुब नहीं ।प्रदेश की राजनीति में विभिन्न जिलों के मतदाताओं द्वारा दिए जा रहें रुझान के बाद संकेत मिल रहा है कि बहुजन समाज की बहन मायावती 2022 विधानसभा के चुनाव के बाद सरकार बनाने में किंग मेकर की भूमिका में आ सकती हैं अगर ऐसा हुआ तो यह बात किसी से छिपी नहीं है जग जाहिर है कि वह किसे फायदा पहुंचा सकती हैं लेकिन विधानसभा की इस जंग में अभी भी सपा सबसे ऊपर दिख रही है इसी दल के मुखिया का दावा भी है बदलाव तय है और जन-जन का है यह संदेश आ रहे हैं.......? #UPElections2022 #AkhileshYadav #Allahabad #Mayawati #YogiAdityanath Bharatiya Janata Party (BJP) BJP Uttar Pradesh Samajwadi Party Akhilesh Yadav Bahujan Samaj Party

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