वाराणसी: नीट सॉल्वर गैंग के सितंबर महीने में हुए खुलासे के बाद एक और गिरोह का खुलासा हुआ है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने सॉल्वर गैंग के मास्टरमाइंड चंदौली से लघु सिंचाई विभाग का कर्मचारी कन्हैया कुमार और वाराणसी के सुंदरपुर में साइबर कैफे संचालक क्रांति कौशल को गिरफ्तार किया है। इसके पहले पुलिस ने सॉल्वर गैंग के पीके उर्फ नीलेश को उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार किया था। पीके को पुलिस ने सात दिन की रिमांड पर रखा था। पीके ने पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किए थे। इन खुलासों के आधार पर ही पुलिस कमिश्नरेट ने कन्हैया कुमार और क्रांति कौशल को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, कन्हैया का नेटवर्क वाराणसी से दिल्ली तक फैला हुआ है।
सिंचाई विभाग कर्मचारी और साइबर कैफे संचालक गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, मिर्जापुर निवासी कन्हैया लाल सिंह और उसके एक साथी क्रांति कौशल को चंदौली के मवैया थाने से सफारी गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया गया। कन्हैया लाल सिंह चंदौली के लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर काम करता है। जबकि क्रांति कौशल सुंदरपुर के चितईपुर इलाके में एक साइबर कैफे चलाता है।
अन्य परीक्षाओं में भी धांधली
पुलिस कमिश्नर सतीश गणेश के अनुसार, यह लोग यूपी के अलग-अलग नौकरियों की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को जानकारों के माध्यम से पास कराने के लिए दिल्ली, लखनऊ और कानपुर के अपने अलग-अलग साथियों के साथ सामानांतर गैंग भी संचालित कर रहे थे। कन्हैया के पास से कई परीक्षाओं के कैंडिडेट्स के ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स और एडमिट कार्ड मिले हैं।
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