नई दिल्ली:-आखिर क्यों दुनिया के विभिन्न देश भारतीय लोकतंत्र की प्रशंसा ही नहीं करते बल्कि दुहाई भी देते हैं क्योंकि यहां के संविधान में विभिन्न संप्रदाय के लोगों को यह अधिकार दिया गया है कि संवैधानिक दायरे में रहकर अगर आपको किसी प्रकार की तकलीफ है भावनाएं आहत हुई हो उसको अदालत के सामने पेश करें जहां पर आपको अवश्य न्याय मिलेगा तभी तो बीते कई दिनों से पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी से नाराज़ विशेष वर्ग द्वारा देश विदेश में विरोध प्रदर्शन जारी है हिंदुस्तान में भी विभिन्न स्थानों पर टिप्पणी करने वाली महिला पर कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन हुआ तथा कई शहरों में नामजद एफ आई आर दर्ज करा कर भावनाएं आहत करने की जिम्मेदार महिला को गिरफ्तार करने की मांग की गई बावजूद इसके गिरफ्तारी नहीं हुई और विरोध प्रदर्शन जारी रहा । पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बीजेपी के निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को SC ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि उदयपुर समय देश के विभिन्न स्थानों पर इस समय जो हो रहा है वह देश की सुरक्षा के लिए खतरा है और इसकी पूरी जिम्मेदार नूपुर शर्मा है जिन्हें बगैर देर किए टीवी पर आकर अपने बयान वापस लेते हुए देश से माफी मांगना चाहिए। नूपुर शर्मा ने अपने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कई प्रदेशों में उनके खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी को जांच के लिए दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी जिस पर गंभीरतापूर्वक उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बयान से पूरे देश में आग लगा दी अदालत ने कहा कि नूपुर शर्मा को ऐसे किसी भी मामले से जुड़े एजेंडे को कतई बढ़ावा नहीं देना चाहिए जो कि न्यायालय में विचाराधीन है नूपुर शर्मा की तरफ से सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया कि उन्होंने टिप्पणी के लिए माफी मांगी और वापस ले जिस पर अदालत ने कहा कि उन्होंने बहुत देर कर दी उन्हें देश के सामने टीवी पर आकर माफी मांगना चाहिए वहीं दूसरी तरफ नूपुर के वकील ने अदालत को बताया कि उन्हें जान का खतरा है जिस पर जस्टिस सूर्यकांत ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें खतरा है या व सुरक्षा के लिए खतरा बन गई..? इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को भी आड़े हाथों लिया और पूछा कि नूपुर शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद उन्होंने क्या किया..? अदालत ने कहा कि उस महिला की शिकायत पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है लेकिन एक साथ कई f.i.r. दर्ज होने के बावजूद उसके खिलाफ अभी तक दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की आखिर क्यों..? क्योंकि वह एक पार्टी की प्रवक्ता है..? सत्ता उसके सिर पर चढ़ गई है..? अंत में सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि अदालत की अंतरात्मा संतुष्ट नहीं है और हम आप की याचिका पर विचार करने से इंकार करते हैं जिसके बाद नूपुर शर्मा द्वारा याचिका वापस ले ली गई। #newdelhi
Post Top Ad
Responsive Ads Here
Jul 1, 2022

Home
New Delhi
उदयपुर समेत देश के विभिन्न स्थानों पर घटित घटना की जिम्मेदार नूपुर शर्मा टीवी पर आकर देश से माफी मांगे:- सुप्रीम कोर्ट
उदयपुर समेत देश के विभिन्न स्थानों पर घटित घटना की जिम्मेदार नूपुर शर्मा टीवी पर आकर देश से माफी मांगे:- सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली:-आखिर क्यों दुनिया के विभिन्न देश भारतीय लोकतंत्र की प्रशंसा ही नहीं करते बल्कि दुहाई भी देते हैं क्योंकि यहां के संविधान में विभिन्न संप्रदाय के लोगों को यह अधिकार दिया गया है कि संवैधानिक दायरे में रहकर अगर आपको किसी प्रकार की तकलीफ है भावनाएं आहत हुई हो उसको अदालत के सामने पेश करें जहां पर आपको अवश्य न्याय मिलेगा तभी तो बीते कई दिनों से पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी से नाराज़ विशेष वर्ग द्वारा देश विदेश में विरोध प्रदर्शन जारी है हिंदुस्तान में भी विभिन्न स्थानों पर टिप्पणी करने वाली महिला पर कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन हुआ तथा कई शहरों में नामजद एफ आई आर दर्ज करा कर भावनाएं आहत करने की जिम्मेदार महिला को गिरफ्तार करने की मांग की गई बावजूद इसके गिरफ्तारी नहीं हुई और विरोध प्रदर्शन जारी रहा । पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बीजेपी के निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को SC ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि उदयपुर समय देश के विभिन्न स्थानों पर इस समय जो हो रहा है वह देश की सुरक्षा के लिए खतरा है और इसकी पूरी जिम्मेदार नूपुर शर्मा है जिन्हें बगैर देर किए टीवी पर आकर अपने बयान वापस लेते हुए देश से माफी मांगना चाहिए। नूपुर शर्मा ने अपने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कई प्रदेशों में उनके खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी को जांच के लिए दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी जिस पर गंभीरतापूर्वक उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बयान से पूरे देश में आग लगा दी अदालत ने कहा कि नूपुर शर्मा को ऐसे किसी भी मामले से जुड़े एजेंडे को कतई बढ़ावा नहीं देना चाहिए जो कि न्यायालय में विचाराधीन है नूपुर शर्मा की तरफ से सीनियर एडवोकेट मनिंदर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया कि उन्होंने टिप्पणी के लिए माफी मांगी और वापस ले जिस पर अदालत ने कहा कि उन्होंने बहुत देर कर दी उन्हें देश के सामने टीवी पर आकर माफी मांगना चाहिए वहीं दूसरी तरफ नूपुर के वकील ने अदालत को बताया कि उन्हें जान का खतरा है जिस पर जस्टिस सूर्यकांत ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें खतरा है या व सुरक्षा के लिए खतरा बन गई..? इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को भी आड़े हाथों लिया और पूछा कि नूपुर शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद उन्होंने क्या किया..? अदालत ने कहा कि उस महिला की शिकायत पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है लेकिन एक साथ कई f.i.r. दर्ज होने के बावजूद उसके खिलाफ अभी तक दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की आखिर क्यों..? क्योंकि वह एक पार्टी की प्रवक्ता है..? सत्ता उसके सिर पर चढ़ गई है..? अंत में सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि अदालत की अंतरात्मा संतुष्ट नहीं है और हम आप की याचिका पर विचार करने से इंकार करते हैं जिसके बाद नूपुर शर्मा द्वारा याचिका वापस ले ली गई। #newdelhi
Tags
# New Delhi
Share This
About Shahar-e-Aman
New Delhi
Labels:
New Delhi
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Post Bottom Ad
Responsive Ads Here
Author Details
Templatesyard is a blogger resources site is a provider of high quality blogger template with premium looking layout and robust design. The main mission of templatesyard is to provide the best quality blogger templates which are professionally designed and perfectlly seo optimized to deliver best result for your blog.
No comments:
Post a Comment