सदैव धैर्य एवं संयम से काम लेने वाली जनपद में निवास कर रही 80 लाख जनता जिसकी संस्कृति व तहजीब की चर्चा पूरे देश ही नहीं विदेशों में भी की जाती यही कारण है इस शहर को अमन का शहर कहा गया मुझे पूरी आशा है जनपद में रहने वाले प्रत्येक धर्म वर्ग के लोग पूरी ईमानदारी से आपसी भाईचारा एकता बरकरार रख ऐसे असामाजिक तत्व की साजिशों को नाकाम करेंगे जो अमन के लिए खतरा है । आज जुम्मा शुक्रवार के दिन हमेशा से विशेष नमाज होती आ रही है और कुछ समाज विरोधी लोग इसी का फायदा उठाकर नफरत फैलाने का कुचक्र रच रहे हैं। जिन्हें हम सब मिलकर कतई सफल नहीं होने देंगे।
आइए संकल्प लें हम कल भी अपनी तहजीब को जिंदा रखे थे आज भी रखेंगे और सदैव इसके लिए जाति धर्म से ऊपर उठकर देश हित में प्रयासरत रहेंगे। हमें जो तकलीफ है जो दर्द है उसे संवैधानिक दायरे में रहकर ही शासन प्रशासन व सरकार के लोगों तक पहुंचाएंगे शांतिपूर्ण तरीके से ना कि बेवजह सड़कों पर इकट्ठा होकर जुलूस निकालकर मार्च निकालकर या बंद का आवाहन कर कतई ऐसा कार्य करने में हम जनपद वासियों का विश्वास नहीं। क्योंकि यह शहर है अमन का यहां की फिजा है निराली यहां पर सब शांति है।
जनहित में
दैनिक:-शहरे-अमन
प्रयागराज
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