नई दिल्ली, 07 अप्रैल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, होमगार्ड और महिला स्वयंसेवकों को आपदा प्रबंधन प्रणाली से जोड़ने के लिए कहा है ताकि समय पर स्वयंसेवकों और मानव संसाधनों की कमी न हो और आपदा अलर्ट लोगों को तुरंत सतर्क किया जाए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा गुरुवार को आयोजित दो दिवसीय वार्षिक क्षमता निर्माण सम्मेलन में श्री शाह ने कहा कि देश ने अब प्रौद्योगिकी के बल पर अधिकांश आपदाओं के लिए पूर्व चेतावनी और सतर्क समय प्रदान करने की क्षमता हासिल कर ली है। प्रभावित क्षेत्र में सभी लोग और तत्काल सहायता प्राप्त करें।
गृह मंत्री ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, होमगार्ड और महिला स्वयंसेवकों को आपदा प्रबंधन प्रणाली से जोड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इन सभी को व्यवस्थित तरीके से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि आपदा के समय प्रशिक्षित स्वयंसेवकों और सार्वजनिक संसाधनों की कमी न हो और लोगों को तत्काल आपदा अलर्ट दिया जा सके। उन्होंने कहा कि ये प्रशिक्षित युवा एक तरह से एनडीआरएफ की टीम के आने से पहले प्राथमिक उपचार देने का काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन प्रणाली को गांव तक पहुंचाने के लिए 'आपदा मित्र योजना' शुरू की गई है, जिसमें हर गांव में प्रशिक्षित युवाओं की टीम बनाई जा रही है. साथ ही तरह-तरह के एप भी बनाए जा रहे हैं। इन ऐप्स को जमीनी स्तर तक ले जाने पर भी काम करने की जरूरत है, ताकि लोगों को इन पर उपलब्ध जानकारी का लाभ मिल सके।
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