माघी पूर्णिमा पर्व स्नान पर संगम में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी चाक चौबंद रही पुलिस व्यवस्था - शहरे अमन

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Feb 16, 2022

माघी पूर्णिमा पर्व स्नान पर संगम में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी चाक चौबंद रही पुलिस व्यवस्था

प्रयागराज: संगम नगरी की पावन धरती पर बसने वाले माघ मेले के पांचवें प्रमुख स्नान माघी पूर्णिमा पर बुधवार को लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी। हर-हर महादेव और हर-हर गंगे के उद्घघोष से पूरा मेला क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था। वहीं पुलिस व्यवस्था रही चाक चौबंद एडीजी प्रेम प्रकाश सुरक्षा व्यवस्था व कड़ी निग़रानी करते नज़र आते रहे। माघी पूर्णिमा पर मंगलवार की रात से संगम पर ही लाखों श्रद्धालु पहुंच गए। पूर्णिमा लगने की वजह से आधी रात सेे ही डुबकी लगने लगी। बुधवार को गंगा, यमुना, विलुप्त सरस्वती के संगम में देश के कोने-कोने से आए संत-भक्तों ने पुण्य की डुबकी लगाई। इसी के साथ कल्पवासी शिविरों में कीर्तन, कथाओं के साथ यज्ञ- अनुष्ठानों की पूर्णाहुति हो जाएगी। इसी के साथ संगम की रेती से संत-भक्त विदा हो जाएंगे। स्नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन ने संगम समेत गंगा के नौ घाटों पर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। समस्त पापों का नाश करने वाली पुण्यदायिनी माघी पूर्णिमा मंगलवार की रात 9.44 बजे ही लग गई। जबकि, बुधवार की रात 10 बजे तक पूर्णिमा रहेगी। ऐसे में उदया तिथि में बुधवार को ही माघी पूर्णिमा स्नान की मान्यता होगी। इस बार माघी पूर्णिमा का योग अश्लेषा नक्षत्र में आरंभ हो रहा है। बुधवार की दोपहर बाद तीन बजे से मघा नक्षत्र लग जाएगा। ऐसे में मघा नक्षत्र से युक्त पूर्णिमा में शोभन योग में पुण्य की डुबकी हर कामनाओं को पूर्ण करने वाली होगी। पुराणों के अनुसार माघी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु खुद गंगा स्नान करते हैं। ऐसे में मान्यता है कि गंगा जल के स्पर्श से मनसा, वाचा और कर्मणा हर तरह के पापों का शमन हो जाता है।
ज्योतिषाचार्य पं. ब्रजेंद्र मिश्र के मुताबिक माघी पूर्णिमा पर सूर्य और चंद्रमा से युक्त दोषों से भी मुक्ति मिलने का भी योग है। इस बार जो भी श्रद्धालु माघी पूर्णिमा का व्रत पहली बार प्रारंभ करना चाहते हैं, वह शुक्रवार को आरंभ कर सकते हैं।इस दिन संगम स्नान से विशेष फल प्राप्ति होगी। इस पर्व पर डुबकी लगाकर जीवन में आई नकारात्मकता से भी मुक्ति पाई जा सकती है। माघी पूर्णिमा पर तिल और घी का दान विशेष फलदायी होगा। कल्पवासी शिविरों में मास पर्यंत यज्ञ-अनुष्ठानों की पूर्णाहुति आज
माघी पूर्णिमा पर बुधवार को खीर का दान करने से हर तरह की कामनाओं की पूर्ति के योग बनेंगे। पूर्णिमा पर माघ मेले में मास पर्यंत कल्पवास करने वाले संतों-भक्तों के शिविरों में सत्यनारायण भगवान की कथाएं सुनी जाएंगी। इस दौरान भगवान विष्णु की सविधि पूजा की जाएगी। मेला प्रशासन की ओर से भी कथा का आयोजन किया गया है। ज्योतिषियों के अनुसार माघी पूर्णिमा पर अन्न, वस्त्र के दान से विशेष फल की प्राप्ति होती है। पूर्णिमा के दिन अन्न, वस्त्र के दान से घर में सुख-शांति बनी रहती है । माघी पूर्णिमा के पर विष्णु भगवान को चावल की खीर का भोग लगाना चाहिए। इस दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार दान अवश्य करना चाहिए। विशेष तौर पर जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा अस्त है या कमजोर अवस्था में है, उन्हें सफेद वस्तुओं का दान करना चाहिए। एडीजी प्रेम प्रकाश का कहना है कि माघ मेले में चाक चौबंद व्यवस्था की गई। 100 से ज्यादा पुलिस अधिकारी तैनात हैं। मेले में आए लोगों की सुरक्षा खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे में लगाए गए हैं। आग से निबटने के लिए दमकल की कई गाड़ियां तैनात हैं। साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में लोगों को डूबने से बचाने के लिए 108 गोताखोर तैनात हैं। मेले में पांच टावर बनाए गए हैं। मंडलायुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को माघी पूर्णिमा स्नान पर्व की तैयारियों को परखा। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आई ट्रिपल सी सभागार में उन्होंने अफसरों के साथ संतों, भक्तों और कल्पवासियों की सुविधा के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने मेला क्षेत्र में बने स्नान घाटों के अलावा प्रसाधन को स्वच्छ रखने का निर्देश दिया। उन्होंने स्नान घाटों पर पहुंचकर हकीकत भी देखी और अफसरों को कमियां दुरुस्त करने की हिदायत दी। अरैल क्षेत्र में हो रही कटान और वहां बनाए गए स्नान घाट की स्थिति की भी मंडलायुक्त ने जानकारी ली। हर स्नान घाट पर चेंजिंग रूम, कोविड हेल्प डेस्क के अलावा आवश्यक सुविधाएं पूरा कराने के निर्देश दिए। साथ ही हेल्प डेस्क के माध्यम से श्रद्धालुओं को मास्क वितरित करने का निर्देश दिया। मंडलायुक्त ने स्नान घाटों के साथ ही संगम जाने वाले मार्गों का भी निरीक्षण किया। समीक्षा के दौरान डीएम संजय खत्री, एसएसपी अजय कुमार समेत मेला से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।भीड़ नहीं, फिर भी सिविल लाइंस साइड से यात्रियों की नो इंट्री माघी पूर्णिमा स्नान के मद्देनजर रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन के सिविल लाइंस साइड से प्रवेश पर नो इंट्री मंगलवार को लगा दी। सिविल लाइंस साइड से प्रवेश न मिलने पर यात्रियों को खासी परेशानी हुई। इस वजह से काफी यात्रियों को वापस लौटना पड़ा। कुछ यात्रियों की गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों से बहस भी हुई। यात्रियों का कहना था कि जब भीड़ ही नहीं है तो उन्हें प्रवेश क्यों नहीं दिया जा रहा है लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें प्रवेश नहीं दिया। मंगलवार की दोपहर हुई बंदी को लेकर वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि यह व्यवस्था 17 फरवरी तक रहेगी। उधर स्नान पर्व की तैयारियों को लेकर प्रयागराज जंक्शन पर स्पेशल ट्रेनों के रेक मंगवा लिए गए। हालांकि, मौनी अमावस्या को छोड़ अन्य पर्व पर भीड़ न आने की वजह से जंक्शन से स्पेशल ट्रेन चलाने की नौबत अब तक नहीं आई है। वहीं प्रयागराज रामबाग रेलवे स्टेशन से दो मेला स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की गई है। यहां से बनारस, भटनी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। वहीं प्रयागराज संगम स्टेशन से अयोध्या आदि रूट की तरफ जाने वाली ट्रेन में भीड़ बढ़ने पर अतिरिक्त कोच जोड़ जा सकते हैं। वहीं चुनाव ड्यूटी पर रोडवेज बसों को लगा दिए जाने की वजह से बुधवार को माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर बसों की कमी का संकट गहरा सकता है। प्रयागराज रीजन की 185 बसें चुनाव ड्यूटी में भेजी जा चुकी हैं। स्नान पर्व को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन ने बताया कि बुधवार को जरूरत पड़ने पर सिटी बसों को भी लगाया जाएगा। #ADG #adgzone #adgzoneprayagraj #प्रयागराज #uppolice #PRAYAGRAJ_POLICE UP Police #maghmela2022

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